आयुर्वेद और बलगम
बलगम: यह एक ऐसी सेहत सम्बन्धित समस्या है जिस के बारे में अधिक्तर लोग जानते हैं, पर उस पर उचित रूप से ध्यान नहीं देते।
अकसर लोग इस को अनदेखा कर देते हैं, जिस के कारण अन्य समस्यायों के उत्पन्न होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
इस ब्लॉग (blog) के माध्यम से, हम अपने पाठकों के साथ बलगम से सम्बन्धित मह्त्व्पूर्ण जानकारी सांझा कर रहे हैं। तो बने रहिये और बढ़ाइये कदम बेह्तर सेहत की ओर।
बलगम के लिए आयुर्वेदिक सुझाव
छाती या सीने में बलगम कई कारणों से बन सकता है। कभी यह समस्या एसिड रिफ्लक्स (acid reflux) से उत्पन्न हो सकती है, अथवा कभी इस का कारण दमा, अस्थमा, बैक्टीरियल इन्फेक्शन (bacterial infection), फाइब्रोसिस (fibrosis) जैसी समस्यायें भी हो सकती हैं। सौभाग्य से, आयुर्वेद में इन सभी कारणों से बनने वाले बलगम से बचाव के अनेक उपाय हैं, और इस ब्लॉग में हम ऐसे ही कुछ उपाय और सुझावों पर चर्चा कर रहे हैं।
इन औषधियों और नुस्खौं के नियमित उपयोग से आप बलगम की समस्या से पूर्ण रूप से स्वतंत्र हो सकते हैं।
बलगम का आयुर्वेदिक उपचार: औषधियाँ, नुस्ख़े और उचित भोजन
1. खदिरा
खदिरा, बलगम के घरेलू नुस्ख़ों में से एक है। जब बलगम की समस्या से छुटकारा पाना कठिन हो जाये, तो एक glass गरम पानी में एक छोटी चम्मच खदिरा डाल कर गरारे करने से शीघ्र आराम मिल सकता है। खदिरा से शरीर में मौजूद कफ़ और पित्त दोष का संतुलन मान्य करने में भी सहायता मिलती है।
इस के अतिरिक्त, खदिरा के सेवन से सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी अन्य समस्याओं से भी आराम की अनुभूति होती है।
2. शहद और नींबू
शहद और नींबू का मिश्रण बलगम से आराम हेतु औषधि के रूप में किया जा सकता है।
लाभ उठाने के लिए, एक चम्मच शहद में एक चम्मच नींबू का रस मिलाएँ और इसे गर्म पानी में घोल कर पी लें। तत्क्षण ही आप को आराम का अनुभव होना प्रारंभ हो जाएगा।
3. तुलसी और अदरक
हज़ारों सालों से भारत देश में तुलसी और अदरक के प्रयोग से अनेक आयुर्वेदिक औषधियाँ निर्मित की गई हैं। ऐसी औषधियाँ बलगम का आयुर्वेदिक उपचार करने में भी सहायक हैं।
यह नुस्ख़ा अपने प्रयोग में लाने के लिए आप तुलसी की छोटी पत्तियाँ लें, और उनका रस निकाल लें। अब एक चम्मच तुलसी का रस एक चम्मच अदरक के रस में मिश्रित करें, और एक glass गरम पानी में घोल कर दिन में दो बार पियें।
इस विधि का पालन करने से आप को बलगम की समस्या से आराम मिलेगा और आप की सेहत भी बेहतर होगी।
4. कच्ची हल्दी
हम आयुर्वेदिक औषधियों की बात करें, और हल्दी को भूल जायें - ऐसा होना दुर्लभ है।
आयुर्वेद में कच्ची हल्दी का उपयोग सेहत संबंधित समस्याओं के निवारण करने हेतु दसियों सौ वर्षों से होता आ रहा है। कहीं हल्दी सर्दी, खांसी जैसे छोटे रोगों के लिए महत्वपूर्ण प्रमाणित होती है, तो कहीं इस के नियमित सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बेहतर होती है।
उसी प्रकार हल्दी में कई anti-bacterial, antiseptic, और anti-inflammatory गुण भी होते हैं। इस के अतिरिक्त, हल्दी में स्थित circumin compound, हमे बलगम से छुटकारा पाने में सहायता देता है।
बलगम की समस्या से आराम पाने के लिये आप कच्ची हल्दी के रस की कुछ बूँदें अपने गले में डाल सकते हैं। अन्यथा, आप गुनगुने पानी में एक चम्मच कच्ची हल्दी का रस डाल कर गरारे भी कर सकते हैं।
ऐसा करने से आपकी सेहत में सुधार होगा और बलगम का आयुर्वेदिक उपचार होगा।
5. वचा
वचा एक अति-शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिस के उचित प्रयोग से गले और छाती में जमा बलगम शीघ्र ही आप के शरीर से निकाला जा सकता है।
सब से बेहतर परिणाम के लिये, वचा का काढ़ा पीना अति-लाभदायक हो सकता है। दिन में दो बार यह काढ़ा पियें और देखें कैसे आप की सेहत में सुधार आता है।
6. गरम तरल पदार्थों का सेवन करें
आपके गले और छाती में जमा बलगम कई अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इस से शीघ्र छुटकारा पाना आवश्यक है।
जब आप बलगम या इस प्रकार की अन्य समस्याओं से जूझ रहे हों तो खाने और पीने की ठंडी वस्तुओं का परहेज़ करें।
बेहतर सेहत के लिए और बलगम से मुक्ति पाने के लिये गरम तरल पदार्थों का सेवन करें।
उदाहरण के तौर पर आप गरम पानी पी सकते हैं, आयुर्वेदिक चाय पी सकते हैं, ऊपर दिये गये उपाय के अनुसार गरम पानी में शहद और नींबू डाल कर पी सकते हैं। इन सभी उपचारों से आप को बलगम से छुटकारा पाने में सहायता होगी।
7. गरम पानी की भाँप लें
बलगम की समस्या से आराम पाने के लिये, गरम पानी की भाँप अत्यंत लाभदायक हो सकती है।
बलगम के आयुर्वेदिक उपचार के लिए एक कटोरे में पानी लें और उबालें। इसके बाद अपने सर को अच्छे से ढकने के लिए अपने सिर पर तौलिया रखें, और एक हाथ से अच्छे से पकड़ लें। यह करने से आप सुनिश्चित कर सकेंगे के तौलिया गिर या अपने स्थान से हिल नहीं रहा।
अब लंबी-लंबी श्वास के साथ भाँप अंदर लें और आराम का अनुभव करें। भाँप लेने के समय के विषय में कोई निर्धारित दिशा-निर्देश नहीं हैं।
विशेषज्ञों की राय मानें तो, आप तब तक भाँप ले सकते हैं, जब तक आप को आराम नहीं मिलता।
सारांश
बलगम की समस्या सेहत को अनेक प्रकार की हानियाँ पहुँचा सकती है। यदि आप बलगम से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो यह blog आप के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। यहाँ हम ने बलगम का आयुर्वेदिक उपचार और औषधि की चर्चा की। संशोधन के लिए, इस blog के ज्ञान को एक बार दोबारा दोहराते हैं।
- आयुर्वेद में बलगम के लिये अनेक समाधान हैं।
- अनेक औषधियाँ और घरेलू नुस्ख़े जैसे गरम पानी की भाँप, खाने पीने का ध्यान, और कच्ची हल्दी, बलगम से आराम पाने में सहायता कर सकते हैं।
- अगर आप के बलगम की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है, तो अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें।